मेरा मन कुछ कहता है,
निरंतर मष्तिष्क को झंझोड़ता है,
विचारों के मंथन से नए विचार आते हैं ,
उनकी अभिव्यक्ती कर रहा हूँ,
आवश्यक नहीं है कि पाठक मेरे विचारों से सहमत हो(सर्वाधिकार सुरक्षित )
Friday, March 2, 2012
निरंतर कह रहा .......: जिसने खुद को जान लिया
निरंतर कह रहा .......: जिसने खुद को जान लिया: जिसने खुद को जान लिया इंसानियत को पहचान लिया खुदा की रज़ा को ज़िन्दगी में उतार लिया समझो खुदा के घर का रास्ता जान गया खुदा का नूर उस प...
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