शायद ही कोई होगा
जिससे भूल नहीं होती
पर भूल सुधारना
आवश्यक है
चाहे खुद के
सुधारने से सुधरे
या किसी के कहने से
सुधरे
कई बार इंसान को
समझ ही नहीं आता
सुधार
कैसे किया जाए
उस स्थिती में दूसरों की
मदद लेना आवश्यक
होता है
सुधार करने के लिए
निरंतर खुले दिल से
सुझाव लेने भी
आवश्यक होते हैं
उसमें परहेज़ नहीं
रखना चाहिए
25-11-2011-38
डा राजेंद्र तेला,"निरंतर”
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